जो राम शांति और शालीनता की पराकाष्ठा हैं , उनके नाम को लेकर उनके भक्तो का अहम सुनाती कविता। ❧ अहम ? मेरे राम में कैसा अहम? जिसने सबरी के आधे-जूठे, बेर…

जो राम शांति और शालीनता की पराकाष्ठा हैं , उनके नाम को लेकर उनके भक्तो का अहम सुनाती कविता। ❧ अहम ? मेरे राम में कैसा अहम? जिसने सबरी के आधे-जूठे, बेर…
Today on Poila Boisakh, the customer is treated like Lakshmi and as the businessman closes accounts for the year, he offers the customer sweets and a gift, thanking them for their patronage.…